क्या आपके जोड़ों के दर्द का कारण चिकनगुनिया है ?
March 27 Uncategorized
चिकनगुनिया एक वायरल रोग है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। रोग के मुख्य लक्षण बुखार, शरीर पर लाल रेश, और जोड़ों का दर्द होते हैं। चिकनगुनिया का कोई इलाज, या टीकाकरण नहीं होता। इसके बजाय उपचार को लक्षणों से राहत पर केंद्रित किया जाता है।
चिकनगुनिया नाम से ही लोगों में बहुत दहशत फ़ैल जाती है। काफ़ी बार WhatsApp पर चिकनगुनिया के इलाज की ग़लत दवाइयों के मेस्सेज वाइरल हो जाते हैं । इस पोस्ट में ज़रिए हम यह गलतफ़हमियों को हटाने का प्रयास कर रहें हैं।
चिकनगुनियाकेलक्षण क्या होते हैं?
चिकनगुनियाके पहले 15-20 दिन: मच्छर के काटने के 2-10 दिन तक कोई लक्षण देखने को नहीं मिलते। उसके बाद 10 दिन के लिए 3 प्रमुख लक्षण सामने आते हैं
बुखार: चिकनगुन्या में तीन दिन से लेकर एक सप्ताह के लिए 102 से 105° F तक बुखार रहता है।
गठिया (जोड़ों का दर्द): चिकनगुन्या के साथ आप हाथ, कलाई, टखनों, और बड़े जोड़ों में गठिया अनुभव करेंगे । दर्द आम तौर पर सुबह में ज़्यादा रहता है, लेकिन हल्के व्यायाम के साथ कम हो जाता है । आप जोड़ों में सूजन भी अनुभव कर सकते हैं ।
चमड़ी पर लाल रैश: चिकनगुन्या में 40-50 प्रतिशत मरीज चमड़ी पर लाली अनुभव करते हैं। यह लाल चकत्ते बुखार आने के तीन से पांच दिनों के पश्चात दिखायी देते हैं और आने के बाद तीन से चार दिनों के भीतर कम हो जाते हैं।
चिकनगुनियाहोने के बाद 3-6 महीने : चिकनगुन्या के मरीज़ बुखारे के 3-6 महीने बाद तक जोड़ों में दर्द महसूस कर सकते हैं। यह लक्षण तीन में से एक मरीज़ों में देखे जाते हैं। इस दौरान कुछ मरीज़ों को दोबारा बुखार भी आ सकता है।
चिकनगुनिया का पता कैसे लगाएँ?
अगर आप पाँच दिन से ज़्यादा 103° F से अधिक बुखार, जोड़ों में दर्द या पेशाब में कमी महसूस करें, तो तुरंत अपने डॉक्टर से चिकनगुन्या के बारे में पूछें। चिकनगुन्या के लिए ख़ून के दो टेस्ट प्रमुख हैं:
ELISA – इस टेस्ट में वायरस के खिलाफ विशिष्ट एंटीबॉडी के लिए देखा जाता है। ये एंटीबॉडी आम तौर पर मच्छर के काटने के एक सप्ताह के बाद विकसित होती हैं । एलिसा टेस्ट की कीमत लगभग 600 रुपए है।
RT-PCR – इस टेस्ट में वायरस की जीन प्रोटीन कोडिंग का उपयोग किया जाता है। आरटी पीसीआर परीक्षण के लिए कीमत लगभग 2,500 है।
चिकनगुनिया का इलाज कैसे करें?
याद रखें कि चिकनगुनियाकाकोईइलाज, याटीकाकरणनहीं होता।इसकेबजायउपचारकोलक्षणोंसेराहतपरकेंद्रित किया जाता है । World Health Organization के अनुसार आपको घर पर आराम करने से देखभाल शुरू करनी चाहिए। इससे आपके शरीर को ठीक होने के लिए राहत और समय प्रदान होता है। एक ऐसे वातावरण में आराम करें जहाँ ज़्यादा नमी या गरमी ना हो। नमी और गरमी से जोड़ों का दर्द और बढ़ सकता है । इसके अलावा:
बर्फ़ का पैक लगाएँ: ठंडा आइस पैक लगाने से दर्द एवं सूजन काम होती है। एक कपड़े या तौलिये में बर्फ़ को लपेट कर सूजन वाले क्षेत्रों पर लगाएँ।
दर्द की दवा लीजिए: पेरासिटामोल या एसिटामिनोफेन से बुखार और जोड़ों के दर्द का कम होता है। आप दिन में चार बार तक पानी के साथ दो 500 मिलीग्राम की गोलियां तक ले। दिन भर में कम से कम 4 लीटर पानी पीजिए।
सरल व्यायाम कीजिए: सरल व्यायाम, जैसे की कुर्सी पे बैठ कर टाँगें सीधी करना, या उठ कर सीधे खड़े होकर पैर ऊपर की और उठाने से माशपेशियाँ मज़बूत होती हैं और जोड़ों का दर्द काम होता है। सुबह व्यायाम करने से सबसे ज़्यादा लाभ मिलते हैं।
अपने दर्द चिकित्सा विशेषज्ञ से मिलें: अगर आपका दर्द लम्बे समय तक जारी रहे, तो अपने दर्द चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य मिलें।
दिल्ली पेन मैनज्मेंट सेंटर में हम चिकनगुनिया के निदान के लिए ELISA और RT-PCR परीक्षण उपलब्ध हैं। हमारे दर्द चिकित्सकों चिकनगुनिया के बुखार और जोड़ों में दर्द को ठीक करने में पूरी तरह से प्रशिक्षित हैं ।
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